Sunday, October 29, 2017

गीत अपनी लय और अर्थ के साथ जब हमारे जीवन के कथ्य को परिभाषित करता है तो उसके सृजन की सार्थकता प्रमाणित होती है |मनोज जैन मधुर आज ऐसे ही नवगीतों का सृजन कर गीत प्रेमियों को अपनी कलम के जादू से मुग्ध कर रहे है |इनके गीतों पर   आलेख लिखा है  डी यु के प्रोफ़ेसर डॉ सुरेश गौतम ने |इस आलेख को पढ़ते हुए मनोज जैन के गीतों को समझने की सम्यक द्रष्टि प्राप्त होती है |
रचना प्रवेश पर मनोज जैन के गीतों के साथ डॉ सुरेश गौतम को पढ़ते है |


★परिचय★
नाम- मनोज जैन 'मधुर'
जन्म- 25 दिसम्बर 1975
ग्राम- बामौरकलां, शिवपुरी (म.प्र.)
पिता- स्व. श्री मिन्टूलाल जैन
माता- स्व. श्रीमती गजरा बाई जैन
शिक्षा - अंग्रेज़ी साहित्य में स्नातकोत्तर
सम्प्रति - सीगल लैब इंडिया (प्रा.) लि. में एरिया सेल्स मैनेजर
प्रकाशित कृति- एक बूँद हम (गीत संग्रह) 
प्रकाशन - साक्षात्कार, वर्तमान साहित्य, प्रेस मैन, वर्तिका,  उत्तरायण, नए पाठक, साहित्य समीर, हरिगंधा, साहित्य सागर, संकल्प रथ, सार्थक,  अक्षरा,  अक्षर शिल्पी, समय के साखी, मसि कागद,  अछूते संदर्भ, अर्बाबे- क़लम, समावर्तन, नई ग़ज़ल,  वीणा, शिवम् पूर्णा एवं अन्य प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का नियमित प्रकाशन । दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से रचनाएँ प्रसारित ।
संकलित- 'धार पर हम-2' (सम्पादक- वीरेन्द्र 'आस्तिक' ) एवं 'नवगीत नई दस्तकें' (सम्पादक- निर्मल शुक्ल) शोध-सन्दर्भ ग्रन्थ में गीत संग्रहीत ।
प्रकाशनाधीन- दो गीत संग्रह तथा पुष्पगिरि खण्डकाव्य  व बालकविताओं का संग्रह ।
सम्मान- (1) मध्य प्रदेश के महामहीम राज्यपाल द्वारा सार्वजनिक नागरिक सम्मान (2009)
(2) शिरढोणकर स्मृति सम्मान (2009)
(3) म. प्र.  लेखक संघ का रामपूजन मलिक नवोदित गीतकार-प्रथम पुरस्कार (2010)
(4) अ.भा. भाषा साहित्य सम्मेलन का साहित्यसेवी सम्मान (2010)
(5) साहित्य सागर का राष्ट्रीय नटवर गीतकार सम्मान (2011)
(6) ₹ 10000/-  का राष्ट्रधर्म गौरव सम्मान (2013)
(7) श्री रामकिशन सिंहल फ़ाउण्डेशन की ओर से गिरिजाशंकर नवगीत सम्मान (2014)
(8) भोपाल में आयोजित राजेश रसगुल्ला स्मृति सम्मान (2015)
(9) निर्दलीय प्रकाशन का राष्ट्रीय छंद विधा अलंकरण (2015)

सम्पर्क - सी. एम.- 13, इन्दिरा कॉलोनी, बाग़ उमराव दूल्हा, भोपाल- 462010 (म. प्र. )
मोबाइल- 0930133780609685563682
ईमेल- manojjainmadhur25@gmail.com

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कर्म -मथानी में

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